महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी की प्रवक्ता रहीं आरती अरुण साठे की बॉम्बे हाई कोर्ट के जज के रूप में नियुक्ति पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस नियुक्ति की घोषणा सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा 28 जुलाई को की गई। साठे की बीजेपी से जुड़ाव की ख़बरें आने के बाद विपक्षी दलों ने इस क़दम को न्यायपालिका की निष्पक्षता पर सवाल उठाने वाला क़रार दिया है। विपक्षी नेताओं ने कहा है कि न्यायपालिका में नियुक्ति राजनीतिक बैकग्राउंड से नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि उनकी नियुक्ति पर फिर से विचार किया जाना चाहिए।
बीजेपी प्रवक्ता रहीं आरती साठे के बॉम्बे HC में जज बनने पर विवाद; विपक्ष ने उठाए सवाल
- महाराष्ट्र
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- 5 Aug, 2025
बीजेपी की प्रवक्ता रहीं आरती साठे की बॉम्बे हाईकोर्ट में जज के रूप में नियुक्ति पर विपक्षी नेता आपत्ति क्यों जता रहे हैं? क्या न्यायपालिका की स्वतंत्रता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल हैं? जानिए इस नियुक्ति से जुड़े तर्क और विरोध।

आरती साठे। फोटो साभार: फेसबुक/Rehaan Rajasthani
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट में पांच नए जजों की नियुक्ति की सिफारिश की थी, जिसमें आरती अरुण साठे का नाम भी शामिल है। लंबे समय से बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई की प्रवक्ता रहीं साठे ने विभिन्न मंचों पर पार्टी का पक्ष जोरदार तरीके से रखा है। उनकी नियुक्ति और उनके बीजेपी से जुड़े होने की खबर सामने आई तो सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई।