लॉरेंस बिश्नोई
आप जानकर हैरान रह जायेंगे कि लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी मुंबई पुलिस को सिर्फ केंद्रीय गृह मंत्रालय के टांग अड़ाने से नहीं मिल पा रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय का एक आदेश है, बिश्नोई को अहमदाबाद की साबरमती जेल से स्थानांतरित करने पर रोक लगाता है। यह आदेश शुरू में अगस्त 2024 तक प्रभावी था लेकिन अब कथित तौर पर इसे बढ़ा दिया गया है।
मुंबई क्राइम ब्रांच जुलाई 2024 से लगातार एमएचए से लॉरेंस बिश्नोई की कस्टडी के लिए अनुरोध कर रही है। लेकिन एमएचए ने उसके अनुरोध में कोई दिलचस्पी नहीं ली। उसने सितंबर में भी एमएचए को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े सारे दस्तावेज भेजे लेकिन उसके बावजूद एमएचए ने कुछ नहीं किया।
लॉरेंस बिश्नोई जेल में है। उसके गिरोह का संचालन विदेश स्थित तीन वांछित गैंगस्टर करतें हैं। जिसमें उसका भाई अनमोल बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा हैं। एनआईए की चार्जशीट में दर्ज है कि इस आतंकी सिंडिकेट का अभूतपूर्व दर से विस्तार हुआ है। ठीक उसी तरह जैसे 1990 के दशक में दाऊद इब्राहिम ने छोटे अपराधों से शुरुआत करके अपना बड़ा नेटवर्क बनाया था।