महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए तीन जुलाई की तारीख़ तय की और ओपन वोटिंग सिस्टम या वॉइस वोट (ध्वनि) से बीजेपी और शिवसेना के बागी शिंदे गुट के प्रत्याशी राहुल नार्वेकर अध्यक्ष चुन लिए गए। आप यह जानकर चौंक जाएँगे कि कोश्यारी की इन्हीं दो आपत्तियों की वजह से महाराष्ट्र में क़रीब 1 साल से विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली था।
महाराष्ट्र: महीनों से टालते रहे राज्यपाल ने 3 दिन में कैसे करा दिया स्पीकर का चुनाव?
- महाराष्ट्र
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- 3 Jul, 2022
जिस शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 1 साल से नहीं हो पाया था वह अब शिंदे खेमे के साथ बीजेपी की सरकार बनते ही 3 दिन में ही कैसे हो गया? राज्यपाल को पहले जो आपत्ति थी वो अब दूर कैसे हो गई?

कोश्यारी पहले न तो विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख़ तय कर रहे थे और न ही वोटिंग सिस्टम या वॉइस वोट के पक्ष में थे। इसी वजह से पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार और राज्यपाल कोश्यारी के बीच में तनातनी चलती रही थी। तो सवाल है कि पिछले दो-तीन दिन में ऐसा क्या हो गया कि राज्यपाल ने पहले से सीधे उलट फ़ैसला ले लिया?