बकरीद के दौरान महाराष्ट्र में पशु बाज़ार बंद करने का आदेश क्यों दिया गया है? यदि गोवंश को बचाना मक़सद है तो इस पर निगरानी रखने के बजाय पूरे पशु बाज़ार को बंद क्यों किया जा रहा है? सबसे बड़ा सवाल कि यह बकरीद के दौरान ही क्यों किया जा रहा है? इन सवालों के जवाब से पहले यह जान लें कि आख़िर यह फ़ैसला क्या है।