loader

सुशांत की जान को ख़तरा है, ये पता होने पर भी परिजनों ने क्यों नहीं कराई एफ़आईआर

सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले में उनके परिवार की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि सुशांत ने उन्हें आत्महत्या करने से कुछ महीने पहले बताया था कि उनकी जान को ख़तरा है। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि परिवार के लोगों की ओर से इसे लेकर पुलिस में कोई शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई गई। 

पिछले कुछ दिनों से वाट्सऐप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं जिनमें यह कहा गया है कि सुशांत के परिवार ने मुंबई पुलिस को इस बारे में बताया था कि सुशांत की जान को ख़तरा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। मुंबई पुलिस ने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है। 

ताज़ा ख़बरें

ये वॉट्सऐप चैट सुशांत के जीजा और हरियाणा पुलिस के सीनियर अफ़सर ओपी सिंह और मुंबई पुलिस के आईपीएस अफ़सर परमजीत सिंह दहिया के बीच हुई बातचीत के हैं। ओपी सिंह इस साल फरवरी में मुंबई आए थे और उसी दौरान दहिया से उनकी ये बातचीत हुई। 

दहिया ने एनडीटीवी को बताया, ‘मेरी ओपी सिंह के साथ फ़ोन पर बात हुई थी और मैंने उन्हें साफ बताया था कि बिना लिखित शिकायत के इस मामले में हम आगे नहीं बढ़ सकते। वह चाहते थे कि सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती और उसके सहयोगियों को पुलिसिया ढंग से बांद्रा पुलिस स्टेशन बुलाया जाए और इस मामले को उनकी (सुशांत के जीजा की) संतुष्टि के लिए सुलझाया जाए।’ 

दहिया ने कहा, ‘25 फ़रवरी का जो चैट सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है, इसमें सुशांत के जीजा की ओर से यह मांग की गई थी कि वे मिरांडा नाम के शख़्स को एक दिन के लिए पुलिस की हिरासत में ले लें।’

दहिया ने सवाल उठाया कि आप बिना लिखित शिकायत या एफ़आईआर के किसी को कैसे पुलिस की हिरासत में ले सकते हैं। पुलिस अफ़सर ने कहा कि यह पूरी तरह ग़लत था और उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। 

दहिया ने एनडीटीवी से कहा, ‘मैंने उन्हें साफ बताया कि हम इस मामले में बिना लिखित शिकायत के कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। हमने उनसे लिखित शिकायत देने के लिए कहा लेकिन उन्होंने यह कभी दी ही नहीं।’

दहिया उस दौरान बांद्रा के डीसीपी थे और इसी इलाक़े में सुशांत रहते थे। इन वॉट्सऐप चैट को लेकर मुंबई पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सुशांत सिंह राजपूत के परिवार वाले लिखित शिकायत देने के लिए राजी नहीं थे लेकिन वे रिया और उसके सहयोगियों के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई चाहते थे। 

महाराष्ट्र से और ख़बरें

आत्महत्या के बाद कराई एफ़आईआर

सुशांत सिंह के पिता के.के. सिंह ने सुशांत द्वारा आत्महत्या करने के बाद पटना पुलिस में दर्ज शिकायत में रिया चक्रवर्ती, उनके पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती, मां संध्या चक्रवर्ती, भाई सौविक चक्रवर्ती, श्रुति मोदी समेत कुल छह लोगों के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया था। उन्होंने सात पेज की लंबी-चौड़ी शिकायत पटना के राजीव नगर थाने में अधिकारियों को सौंपी थी, जिसके आधार पर मामला दर्ज हुआ। 

इस मामले में सीबीआई जांच को लेकर दबाव बढ़ने पर बिहार सरकार ने इसकी सिफ़ारिश केंद्र सरकार से की थी और केंद्र सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें