राहुल गाँधी के ख़िलाफ़ 'विवादास्पद' टिप्पणी करने वाले मुंबई विश्वविद्यालय के फ़ैकल्टी मेंबर योगेश सोमन को लेकर विवाद बढ़ गया है। यह राजनीतिक मुद्दा तब बन गया जब सोमन को ज़बरन छुट्टी पर भेज दिया गया। सोमन मुंबई विश्वविद्यालय के थियेटर आर्ट्स अकादमी के निदेशक भी हैं। सोमन के ख़िलाफ़ कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन यानी एआईएसएफ़ और छात्र भारती के छात्र विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्र तो उनके ख़िलाफ़ अकादमी के संचालन में भी गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं। कई छात्र उसको लेकर भी प्रदर्शन कर रहे हैं। एआईएसएफ़ और छात्र भारती के छात्र दूसरे कई आरोप लगाते हुए सोमन को पद से हटाए जाने की माँग कर रहे हैं। कांग्रेस भी यही माँग कर रही है, जबकि बीजेपी असहिष्णुता का आरोप लगा रही है।
राहुल पर बयान देने वाले फ़ैकल्टी मेंबर को क्यों भेजा ज़बरन छुट्टी पर?
- महाराष्ट्र
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- 15 Jan, 2020
राहुल गाँधी के ख़िलाफ़ 'विवादास्पद' टिप्पणी करने वाले मुंबई विश्वविद्यालय के फ़ैकल्टी मेंबर योगेश सोमन को लेकर विवाद बढ़ गया है। उनको ज़बरन छुट्टी पर भेज दिया गया।

इस मामले में कांग्रेस की प्रतिक्रिया अजीब है क्योंकि जब मोदी सरकार ऐसी ही कार्रवाई करती है तो यही कांग्रेस आरोप लगाने लगती है कि सत्ता की हनक में कार्रवाई की जा रही है और असहमति की आवाज़ को दबाया जा रहा है। लेकिन सवाल है कि अब जब महाराष्ट्र में कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार है तो क्या यह असहमति की आवाज़ को दबाना नहीं है क्या?