मुंबई के पवई स्थित एक स्टूडियो में हुई बंधक घटना में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। दहशत फैलाने वाले आरोपी ने 17 बच्चों को बंधक बना लिया था, जिन्हें मुंबई पुलिस ने सफलतापूर्वक बचाया और आरोपी को गोली मार दी।
मुंबई के पवई इलाके में गुरुवार को एक बेहद डरावना घटना घटी। एक व्यक्ति ने 17 बच्चों को एक स्टूडियो में बंधक बना लिया था। पुलिस ने ऑपरेशन चलाकर सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया। इस दौरान पुलिस की गोली लगने से आरोपी घायल हो गया और बाद में उसने दम तोड़ दिया। मारे जाने से पहले बंधक बनाने वाले आरोपी का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह बंधक बनाने के मक़सद के बारे में बता रहा है।
घटना पवई के महावीर क्लासिक बिल्डिंग में स्थित 'आरए स्टूडियो' में हुई। 10 से 12 साल के बच्चे ऑडिशन देने स्टूडियो आए थे। आरोपी की पहचान रोहित आर्य के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, आर्य ने बच्चों को अंदर बंद कर दिया। बंधक बनाए जाने के दौरान आरोपी द्वारा बनाया गया एक वीडियो बाहर आया है जिसमें वह खुद को और बच्चों को नुक़सान पहुँचाने की बात कह रहा है। वह कहता है कि आत्महत्या करने के बजाय उसने प्लान बनाया और इसीलिए उसने बंधक बना रखा है।
वीडियो में आरोपी कहता है, 'मेरी कुछ मांगें हैं। सिंपल, मोरल और एथिकल डिमांड हैं। मेरे कुछ सवाल हैं। मुझे कुछ लोगों से बात करनी है। सवाल पूछने हैं और उनके जवाब पर काउंटर क्वेश्चन पूछने हैं। जवाब के अलावा मुझे कुछ नहीं चाहिए। न तो मैं टेररिस्ट हूँ और न मेरी कोई पैसों की डिमांड है। सिंपल बात करनी है। इसीलिए मैंने बच्चों को बंधक बनाया है। ...ज़िंदा रहा तो मैं करूंगा, अगर मैं मर गया तो कोई और करेगा। लेकिन होगा ज़रूर...।' हालाँकि, इस वीडियो के बाद भी अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उसने बच्चों को बंधक क्यों बनाया और वह अधिकारियों से क्या बात करना चाहता था।
पुलिस का कहना है कि स्टूडियो की ग्रिल तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला गया। इसने कहा है कि स्थिति को देखते हुए पुलिस ने एक गोली चलाई और आर्य घायल हो गया। जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस सत्य नारायण चौधरी ने पुष्टि की कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, '17 बच्चों को स्टूडियो से सुरक्षित निकाल लिया गया है। जांच जारी है।'
आरोपी पिछले 4-5 दिनों से स्टूडियो आ रहा था
पुलिस का कहना है कि बच्चे ऑडिशन के लिए स्टूडियो में थे। रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि आर्य पिछले चार-पांच दिनों से स्टूडियो आ रहा था। दोपहर में उसने बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया और एक वीडियो रिकॉर्ड किया। वीडियो में उसने धमकी दी कि अगर बात नहीं करने दी गई तो वह सब कुछ आग लगा देगा और खुद और बच्चों को नुकसान पहुंचाएगा।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारी ने आगे बताया, 'पुलिस ने बिल्डिंग के पीछे की ग्रिल तोड़ी और कमरे में घुसी। एक पुलिसकर्मी ने एक राउंड फायर किया, जो आर्य को लगा। सभी बच्चे सुरक्षित हैं और उन्हें उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है।'
आरोपी का बैकग्राउंड जांचा जा रहा
पुलिस ने कहा है कि अभी आर्य के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन उसका बैकग्राउंड चेक किया जा रहा है। मौके का पंचनामा किया जा रहा है और स्टूडियो व बिल्डिंग में मौजूद लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार आरोपी रोहित आर्य अपना खुद का यूट्यूब चैनल चलाता था, कथित तौर पर कई दिनों से ऑडिशन करा रहा था। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार वह कथित रूप से नागपुर का रहने वाला था और मुंबई के चेंबूर में रहता था।