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लाउडस्पीकर पर अज़ान बजे तो हनुमान चालीसा बजाएँ: राज ठाकरे

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने देशवासियों के नाम एक पत्र लिखा है। उसके ज़रिए राज ठाकरे ने एक बार फिर से देश भर की तमाम मसजिदों से अवैध लाउडस्पीकर उतारने की मुहिम में साथ आने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों से कहा है कि जहाँ कहीं भी लाउडस्पीकर से अज़ान की आवाज़ आए वहाँ वे हनुमान चालीसा बजाएँ। 

राज ठाकरे ने चिट्ठी में लिखा है कि उन्होंने मसजिदों से पहले ही 4 मई से लाउडस्पीकर को उतारने की अपनी मुहिम का ऐलान किया हुआ है लेकिन राज्य सरकार इसको लेकर ढिलाई बरत रही है और सुप्रीम कोर्ट का हवाला दिया जा रहा है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट का आदेश यह कहता है कि रात को 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पाबंदी है। लेकिन अगर इनमें से किसी धार्मिक स्थान पर बजाया जाता है तो उसके लिए पुलिस की इजाजत लेनी होती है और उसको कम से कम डेसीबल में बजाया जा सकता है। पर उसका पालन नहीं हो रहा है।

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अपने ख़त में राज ठाकरे ने कहा है, ‘मैं देशवासियों से अपील करता हूं कि वह भी मसजिदों के सामने जाएँ और हनुमान चालीसा बजाएँ ताकि उनको भी यह पता चल सके कि आख़िरकार तेज आवाज़ से कितनी परेशानी होती है।’ उन्होंने दावा किया कि देश में अधिकतर मसजिदें अवैध हैं, ऐसे में सरकार इन अवैध मसजिदों पर लाउडस्पीकर बजाने की कैसे अनुमति देती है, यह भी जांच का विषय है। 

राज ठाकरे ने कहा कि अगर मसजिदों पर लाउडस्पीकर लगाने की इजाजत मिलती है तो फिर हिंदू मंदिरों पर भी लाउडस्पीकर लगाने की इजाजत मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘असल में यह धार्मिक विषय नहीं है बल्कि सामाजिक है। इस विषय को अगर धार्मिक देने का प्रयास किया गया तो हमारी तरफ से भी धार्मिक उत्तर ही दिया जाएगा।’

राज ठाकरे ने देश के तमाम हिंदुओं से अपील की है कि ‘जहां-जहां भी अजान की आवाज़ आए वहां पर उसके सामने जाकर हनुमान चालीसा बजनी चाहिए ताकि उनको यह पता लग सके कि आखिर क्या तकलीफ होती है’।

राज ठाकरे ने कहा कि वह देश में कानून व्यवस्था बिगाड़ना नहीं चाहते हैं, लेकिन अगर आप धर्म के लिए जिद्दी बनेंगे तो हम भी अपनी जिद नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘मेरी क़ानून-व्यवस्था रखने वाले पुलिस अधिकारियों से हाथ जोड़कर विनती है कि राज्य में कानून का राज है यह उन्हें दिखा देना चाहिए। ज्यादातर लाउडस्पीकर अवैध तरीके से लगे हुए हैं और रास्ते पर बैठकर नमाज पढ़ने वाले लोगों को पुलिस की वर्दी का खौफ दिखाना चाहिए।’

ठाकरे ने कहा कि हिंदू त्योहारों के वक्त साइलेंट ज़ोन, स्कूल, अस्पताल इस तरह की शर्त लगाकर कई तरह से बंधन डाले जाते हैं लेकिन जब मसजिद का सवाल आता है तो कोई भी शर्त नहीं डाली जाती।

उन्होंने कहा कि ऐसा भारतीय संविधान में अगर कहीं लिखा है तो यह बताओ। राज ठाकरे ने हिंदू देशवासियों से अपील की है कि उन्हें अपनी हनुमान चालीसा उन्हें सुनाइए। इसके अलावा उन्होंने लाउडस्पीकर मसजिदों से निकालने के लिए हस्ताक्षर मुहिम भी चलाने का आह्वान किया और हस्ताक्षर किया हुआ निवेदन हर रोज पुलिस थाने में जाकर जमा करने की सलाह दी। उन्होंने लोगों से कहा है कि यदि लाउडस्पीकर की आवाज से तकलीफ हो रही है तो 100 नंबर डायल कर पुलिस को शिकायत करें। 

ठाकरे ने कहा कि कुछ मसजिदों से लाउडस्पीकर उतारने का फैसला किया गया है, मैं ऐसे लोगों का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं अपने हिंदू भाइयों से अपील करता हूं कि जिन मसजिदों से लाउडस्पीकर उतार लिए गए हैं उन इलाकों में किसी तरह की तकलीफ नहीं होनी चाहिए’। राज ठाकरे ने आगे कहा कि यह अभियान जल्द शुरू करना चाहिए क्योंकि यह विषय 1 दिन में समाप्त होने वाला नहीं है। लाउडस्पीकर को बंद करने के लिए सभी सरकारों पर दबाव डालना होगा।

राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अपील की है कि ‘स्वर्गीय हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे ने भी कई साल पहले लाउडस्पीकर बंद होने चाहिए, ऐसी बात सामने रखी थी। लेकिन क्या आप यह सुनेंगे? या आपको सत्ता की कुर्सी पर बैठाने वाले धर्मनिरपेक्ष शरद पवार की बात सुननी है। इसका फैसला महाराष्ट्र की जनता के सामने एक बार हो जाना चाहिए।’

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राज ठाकरे ने आखिर में कहा कि देश में इतनी जेल नहीं है कि देश के तमाम हिंदुओं को जेल की सलाखों के पीछे सरकार भेज सके। यह सरकार के लिए भी संभव नहीं है। इसलिए सरकारों को इस बारे में ध्यान रखना चाहिए। 

राज ठाकरे की इस चिट्ठी के बाद अब महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए महाराष्ट्र पुलिस ने अपनी ओर से तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि सरकार की तरफ से अभी तक राज ठाकरे की चिठ्ठी के बारे में कोई बयान नहीं आया है।

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सोमदत्त शर्मा
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