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महाराष्ट्र: चुनाव से पहले शरद पवार, अजित के ख़िलाफ़ ईडी ने दर्ज किया केस 

वही हुआ, जिसकी आशंका जताई जा रही थी कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले प्रमुख विपक्षी नेताओं के ख़िलाफ़ जाँच एजेंसियां शिकंजा कस सकती हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, उनके भतीजे अजित पवार और कुछ अन्य नेताओं के ख़िलाफ़ प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में केस दर्ज किया है। बताया जाता है कि यह केस सोमवार को दर्ज किया गया। ईडी ने मुंबई पुलिस की एफ़आईआर के आधार पर केस दर्ज किया है। यह मामला महाराष्ट्र में सहकारी बैंक घोटाले से जुड़ा है।
महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और पिछले महीने ही मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाला मामले में एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार और अन्य नेताओं के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया था।
इसके अलावा शिवसेना नेता आनंदराव अडसुल, पीडब्लयूपी के नेता जयंत पाटिल, कांग्रेस नेता दिलीपराव देशमुख और मदन पाटिल, एनसीपी नेता ईश्वर लाल जैन और शिवाजीराव के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है। जिस तरह से देश और महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के नेताओं के ख़िलाफ़ ईडी की कार्रवाई चल रही है, उसे देखकर काफ़ी दिनों पहले से यह चर्चा थी कि महाराष्ट्र में भी कहीं शरद पवार को घेरने की कोई योजना तो नहीं बन रही है?
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महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के दौरान शरद पवार के ख़िलाफ़ केस दर्ज होने से सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। हालाँकि पवार ने इसे राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है। पवार ने कहा कि उन्हें राज्य भर में लोगों का अच्छा समर्थन मिल रहा है। 

पवार ने कहा, ‘मैं कभी भी किसी भी सहकारी बैंक का निदेशक नहीं रहा और अगर मेरे ख़िलाफ़ केस दर्ज किया गया है तो मैं इसका स्वागत करता हूँ। मुझे अनुमान था कि मेरे ख़िलाफ़ इस तरह की कार्रवाई की जा सकती है।’ 

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महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में एनसीपी शरद पवार के ही दम पर पूरा चुनाव लड़ रही है क्योंकि उसके कई वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। विधानसभा चुनाव में एनसीपी शरद पवार के अनुभव और महाराष्ट्र के विकास में उनके योगदान को लेकर लोगों के बीच जा रही है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक़, ऐसे में सतारुढ़ बीजेपी-शिवसेना को डर है कि कहीं शरद पवार की लोकप्रियता से उसे ख़तरा न हो और इसलिए ही पवार के ख़िलाफ़ ईडी ने शिकंजा कसा है। पवार के अलावा दूसरे बड़े नेता राज ठाकरे भी ईडी के निशाने पर हैं और उनसे भी हाल ही में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर एक मामले में पूछताछ की है।
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क़मर वहीद नक़वी
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