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मुंबई में शिवसेना के दोनों गुटों में टकराव के बाद पुलिस तैनात की गई है।

मुंबई में ठाकरे-शिंदे समर्थक भिड़े, गोली चली

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे बनाम एकनाथ शिंदे की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे गुट से किसी न किसी नेता को अपने पाले में कर लेते हैं। दोनों ही गुटों की दुश्मनी इस कदर बढ़ गई है कि अब शिंदे और ठाकरे समर्थक मारपीट पर उतारू हो गए हैं। मुंबई के प्रभादेवी इलाके में शिंदे और ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं में तीखी झड़प की खबर है।

 ठाकरे गुट की तरफ से आरोप लगाया गया है कि एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सदा सरवणकर ने उनके कार्यकर्ताओं पर 2 राउंड फायरिंग की है। ठाकरे गुट के लोगों ने आरोप लगाया है कि मौजूदा विधायक के इशारे पर ही उनके पक्ष के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। दोनों ही गुटों में हुई एस झड़प के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने शिंदे गुट के विधायक के खिलाफ भी आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज कर लिया है।

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मुंबई में शुक्रवार देर रात गणपति विसर्जन को लेकर ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट में कहासुनी ने इतना विकराल रूप ले लिया। उद्धव ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने पुलिस को बताया है कि पहले दोनों पक्षों में हाथापाई हुई थी जिसके बाद एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सदा सरवणकर मौके पर पहुंचे और उन्होंने अपनी पिस्टल से दो राउंड फायरिंग की। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उद्धव ठाकरे गुट के 5 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। 

ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद शिवसेना के बड़े नेताओं ने नाराजगी जताई है। शिवसेना सांसद और प्रवक्ता अरविंद सावंत, अनिल देसाई और दूसरे विधायकों के साथ दादर पुलिस स्टेशन पहुंच गए और पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। अरविंद सावंत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब दोनों पक्षों में झगड़ा हुआ था तो फिर कार्रवाई ठाकरे समर्थकों पर ही क्यों की गई? सावंत का कहना है कि इलाके के विधायक सदा सरवणकर ने पहले तो अपनी पिस्टल से गोली चलाई उसके बाद उनके ही कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके पुलिस ने यह दिखा दिया है कि उन पर ऊपरी लेवल से भारी दबाव है। 

Thackeray-Shinde supporters clash in Mumbai, shots fired - Satya Hindi
शिवसेना नेता विरोध जताने के लिए पुलिस स्टेशन में पुलिस अधिकारियों से मिलने पहुंचे

पुलिस सूत्रों से पता चला है कि शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने व्हाट्सएप ग्रुप पर ठाकरे गुट को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिसके बाद गणेश विसर्जन की रात को यह मामला बिगड़ गया और दोनों गुट के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समर्थकों के बीच बीच बचाव कराया और पुलिस ने 25 लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज भी किया था। हालांकि जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है वे सभी समर्थक ठाकरे गुट की शिवसेना से हैं। 

एकनाथ शिंदे गुटके प्रवक्ता किरण पावसकर का कहना है कि जब दो पक्षों में मारपीट हुई और दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है तो फिर उद्धव ठाकरे गुट के बड़े नेता पुलिस पर क्यों दबाव बना रहे हैं। पावसकर का कहना है कि पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस मामले में कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की है एवं मामले की जांच कर रही है। पावसकर ने ठाकरे गुट के नेताओं पर आरोप लगाया कि उन्हें हर समय राजनीति करने से बाज आना चाहिए।

दादर पुलिस स्टेशन के बाहर अभी भी सैकड़ों की संख्या में शिवसेना के समर्थक मौजूद हैं और मांग कर रहे हैं कि जब तक एकनाथ शिंदे दल के समर्थक विधायक और कार्यकर्ताओं पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तब तक वह पुलिस स्टेशन के बाहर बैठे रहेंगे।

पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और कानून व्यवस्था को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इलाके के डीसीपी प्रणव अशोक का कहना है कि पुलिस ने पहले एक पक्ष के आरोपों पर दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था जिसमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। 

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अब पुलिस ने ठाकरे गुट के पक्ष द्वारा दी गई शिकायत पर इलाके के विधायक सदा सरवणकर और उनके दूसरे कार्यकर्ताओं पर आर्म्स एक्ट और आईपीसी की धारा 142, 149, 186 और 336 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। डीसीपी प्रणय अशोक का कहना है कि पूरे मामले की छानबीन की जा रही है और ठाकरे गुट ने जो विधायक पर गोली चलाने का आरोप लगाया है उस मामले की भी जांच की जा रही है।

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सोमदत्त शर्मा
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