कमाल के लोग हैं। भारत में 80 करोड़ लोग पाँच किलो अनाज पर जी रहे हैं और खुद अमेरिका की सफलता का श्रेय लेने में लगे हैं। कहते हैं - अमेरिका सफल है क्योंकि हम हैं। अति अहंकार का यह भाव भारत की वैदिक संस्कृति को तो धत्ता बताता ही है, भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को भी धूल में मिला रहा है।
क्या अमेरिका भारतीय कम्युनिटी की वजह से सफल है? जानें सच
- विचार
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- 7 Sep, 2025

क्या अमेरिका भारतीय कम्युनिटी की वजह से सफल है?
क्या अमेरिका की तरक्की भारतीय कम्युनिटी की वजह से है? जानें प्रवासी भारतीयों की भूमिका, उनकी उपलब्धियाँ और अमेरिकी समाज व अर्थव्यवस्था पर उनका असली प्रभाव।
दरअसल, अमेरिका में रह रहे भारतीय-मूल के लोगों की उपलब्धियों पर एक तबके द्वारा जिस तरह का अहंकारी और अतिशयोक्तिपूर्ण नैरेटिव गढ़ा जा रहा है, वह न सिर्फ़ अमेरिकी समाज में उनके प्रति बढ़ते रोष का कारण बन रहा है, बल्कि भारत में भी उन सभ्य भारतीयों को शर्मसार कर रहा है जो विनम्रता और सामूहिक कल्याण को अपनी संस्कृति का आधार मानते हैं।
यह बयान कोई नासमझी नहीं, बल्कि एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है जो तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करती है। अमेरिका की महानता उसके संविधान, उसकी नवाचार की संस्कृति और दुनिया भर से आए हर समुदाय- अश्वेत, हिस्पैनिक, एशियाई और मूल-निवासी अमेरिकियों के संघर्ष और योगदान से बनी है। इसे किसी एक समुदाय के सिर मढ़ना उन सभी की अवमानना है।