ऐसा कम होता है, लेकिन इस साल हो रहा है। इस साल ‘पूर्णमासी के दिन सूर्यग्रहण’ लग रहा है। महात्मा गांधी की जयंती यानी दो अक्तूबर को ही दशहरा पड़ रहा है और उसी दिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सौ साल पूरे हो रहे हैं। यह भी गजब संयोग देखिए कि उससे हफ्ते भर पहले गांधीवादी तरीक़े से लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और उस क्षेत्र को संविधान की छठी अनुसूची में डालने की मांग कर रहे न्यू लद्दाख मूवमेंट के नेता सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। अब भाजपा की आईटी सेल समेत तमाम हिंदुत्ववादी उन्हें देशद्रोही सिद्ध करने में लग गए हैं। बांग्लादेश के मुख्य प्रशासनिक सलाहकार मोहम्मद युनूस के साथ उनकी फोटो और पाकिस्तान के अख़बार डॉन के कार्यक्रम में उनकी भागीदारी की पोस्ट के माध्यम से यह सिद्ध करने की कोशिश की जा रही है कि उनकी देशभक्ति संदिग्ध है। कहा जा रहा है कि उन्होंने ‘जेन जी’ यानी युवा पीढ़ी को हिंसा के लिए भड़काया है।
सोनम वांगचुक को देशद्रोही का तमगा स्वदेशी के मोदी विचार का शीर्षासन?
- विचार
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- 28 Sep, 2025

लद्दाख के पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को देशद्रोही कहे जाने पर राजनीतिक बहस तेज़। क्या यह कदम मोदी सरकार के ‘स्वदेशी’ विचार के बिल्कुल विपरीत है?
दो अक्टूबर को दशहरा और संघ का शताब्दी वर्ष पड़ने के कारण गांधी जयंती पर होने वाले तमाम कार्यक्रम रद्द हो गए हैं। कुछ गांधीजन इसे इसे सांप्रदायिकता विरोधी दिवस के रूप में मनाना चाहते हैं लेकिन देखना है वे कैसे मनाते हैं। यह भी जानना दिलचस्प होगा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उस दिन महात्मा गांधी को किस तरह से याद करता है। हिंदुत्ववादियों की ट्रॉल ब्रिगेड उन्हें अपनी हिंसा का कितना निशाना बनाती है। लेकिन इन संयोगों के आसपास होने वाले विचार विमर्श यह साबित करते हैं कि गांधी विचार से प्रेरित नागरिकों और संगठनों के सामने सावरकर के विचारों से प्रेरित संगठनों से टकराव अवश्यंभावी है। उनके मध्य समन्वय का कोई बीच का रास्ता बनता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। सावरकर का विचार बहुसंख्यकवादी एकचालानुवर्ती संगठन और उसके माध्यम से कायम होने वाली राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक तानाशाही की ओर जाता है। जबकि गांधी का विचार लोकतंत्र, विकेंद्रीकरण, मानवाधिकार और पर्यावरण रक्षा की ओर जाता है।
लेखक महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार हैं।