क्या कांग्रेस में सबकुछ ठीक ठाक है या फिर पार्टी फिर किसी उथल-पुथल के दौर से गुज़रने वाली है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि लंबे समय से पार्टी के भीतर चली आ रही ख़ामोशी अब टूटने लगी है। हाल ही में कुछ ऐसी घटनाएँ हुई हैं जिनसे अंदेशा होने लगा है कि पार्टी के भीतर सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। अंदर-अंदर सुलग रही चिंगारियाँ अब विस्फोटक होने लगी हैं।