बराक ओबामा से अनुरोध किया जाना चाहिए कि वह कुछ दिनों के लिए एक बार फिर भारत की यात्रा पर आएँ यह देखने के लिए कि जिस राहुल गांधी से वे आख़िरी बार मिले होंगे वह और भारत पिछले आठ सालों में कितना बदल गया है! अमेरिका वापस पहुँचने के बाद ओबामा एक नई किताब लिखें जो सिर्फ़ राहुल पर केंद्रित हो! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘माय फ्रेंड बराक’ ने अपनी पिछली भारत यात्रा के बाद प्रकाशित किताब में जिस राहुल गांधी का ज़िक्र किया था उसका स्थान किसी नए राहुल ने ले लिया है और हो सकता है उसकी पूरी जानकारी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को नहीं हो!