आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शहादत का दिन है। यूँ तो देश हर साल गांधी जी को उनकी पुण्यतिथि पर याद करता है लेकिन ये दिन खास है। खास इस मायने में कि गांधी की शहादत के 75 वर्ष की शुरुआत हो रही है और देश की आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है।
इस मुल्क में कई गोडसे पैदा हो गए हैं?
- विचार
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- 28 Feb, 2022
दस से अधिक लेखक संगठनों और जनसंगठनों ने गांधी की शहादत पर ऑनलाइन कार्यक्रम क्यों कर रहा है? आख़िर ऐसी नौबत क्यों आई?

महात्मा गांधी
देश की आज़ादी और गांधी जी की शहादत एक इतिहास का हिस्सा है। इसमें खुशी और गम दोनों मिले हुए हैं क्योंकि एक कट्टर साम्प्रदायिक हिन्दू ने 30 जनवरी को तीन गोलियाँ दागकर अपने वहशीपन का परिचय दिया। यह एक ऐसा दाग है, ऐसा दुखद अध्याय है जिसे हरगिज भूलाया नहीं जा सकता, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता लेकिन चिंता की बात है कि कल इस देश में गांधी के हत्यारे पर एक फ़िल्म रिलीज हो रही है।