loader
अखिलेश ने सोमवार को करहल सीट से अपना नामांकन दाखिल किया

37 फीसदी यादव मतदाताओं वाली सीट करहल से पर्चा भरा अखिलेश ने, नामांकन मिशन बताया

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज करहल विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र भर दिया। अभी वो आजमगढ़ से सपा सांसद हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर से चुनाव मैदान में उतरने के बाद अखिलेश ने इसे चुनौती की तरह लिया और मैदान में उतने की घोषणा कर दी। हालांकि दोनों नेताओं ने अपने लिये बहुत सेफ सीट का चुनाव किया है। अखिलेश यादव की करहल ऐसी विधानसभा सीट है, जहां यादव 37 फीसदी हैं। उसी तरह गोरखपुर सदर ऐसी सीट है, जहां बीजेपी कभी हारी ही नहीं है।

करहल में कुल 3.7 लाख मतदाता हैं जिनमें 1.4 लाख (या 37 प्रतिशत) यादव, 34,000 शाख्य (ओबीसी) और लगभग 14,000 मुस्लिम शामिल हैं।

ताजा ख़बरें
2002 को छोड़कर, यह विधानसभा क्षेत्र 1993 से सपा के पास है। 2002 के विधानसभा चुनावों में, मौजूदा विधायक सोबरन सिंह ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद, वह सपा में शामिल हो गए और लगातार तीन बार चुनाव जीते। नामांकन से पहले अखिलेश यादव ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश का यह विधानसभा चुनाव अगली सदी के लिए देश का इतिहास लिखेगा। उन्होंने लोगों से नकारात्मक राजनीति को हराने की अपील की।सपा अध्यक्ष ने कहा - 

मेरा "मिशन" प्रगतिशील सोच के साथ सकारात्मक राजनीति का आंदोलन है।


-अखिलेश यादव, सपा प्रमुख

समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव को करहल विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था, जो मैनपुरी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। जिसका प्रतिनिधित्व पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव करते हैं।
अखिलेश ने ट्वीट किया है कि "यह 'नामांकन' एक 'मिशन' है क्योंकि यह यूपी चुनाव अगली सदी के लिए देश का इतिहास लिखेगा। आइए प्रगतिशील सोच के साथ सकारात्मक राजनीति के इस आंदोलन में भाग लें... नकारात्मक राजनीति को हराएं, इसे भी हटा दें। जय हिंद! "

 

उन्होंने इटावा में अपने पैतृक स्थान सैफई से मैनपुरी के लिए समाजवादी विजय रथ बस से निकलते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की। राज्य में सातवें चरण के मतदान के तीसरे चरण में 20 फरवरी को करहल में मतदान होगा।

अखिलेश यादव ने कहा, "सबसे पहले मैं मैनपुरी के लोगों और संगठन के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे मौका दिया कि आज मैं चुनाव लड़ने के लिए करहल से नामांकित हूं।"

उन्होंने कहा, "मैं लोगों से अपील करता हूं कि न केवल करहल में बल्कि हर क्षेत्र में सपा को मौका दें। पार्टी राज्य को विकास, समृद्धि और प्रगति के पथ पर आगे ले जाएगी।" करहल निर्वाचन क्षेत्र सैफई से सिर्फ चार किमी दूर है। सैफई सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पैतृक गांव है।
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें