मल्लिकार्जुन खड़गे और योगी आदित्यनाथ
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को "दुर्घटना" करार दिया। इसमें 11 लोगों की मौत हुई थी। उन्होंने इस घटना के लिए कर्नाटक सरकार के प्रशासनिक कदमों की तुलना उत्तर प्रदेश में जनवरी 2025 में प्रयागराज महाकुंभ मेले और कोविड-19 महामारी के दौरान की स्थिति से की। खड़गे ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री के इस्तीफे की बीजेपी की मांग को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक अवसरवाद करार दिया।
खड़गे ने बीजेपी की इस्तीफे की मांग पर तीखा हमला करते हुए कहा, "यह निश्चित रूप से गलत है और हमारे नेताओं ने बेंगलुरु की घटना के लिए माफी मांग ली है। लेकिन क्या महाकुंभ मेले में भगदड़ के बाद किसी ने इस्तीफा दिया? मैं ज्यादा नहीं बोलता, लेकिन लाखों लोग कुंभ में डुबकी लगाने गए थे और मैंने एक बयान पर आलोचना झेली। हमने कई शवों को बहते देखा।"
मंगलवार को बीबीसी ने सबूतों के साथ एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उसने 82 लोगों की मौत महाकुंभ भगदड़ में होने का दावा किया। जबकि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ 37 मौतें होने का दावा कर चुके हैं।
उन्होंने कहा, "यह सिर्फ उत्तर प्रदेश की बात नहीं है। कोविड-19 के दौरान भी ऐसा हुआ। क्या योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेले की भगदड़ के लिए इस्तीफा दिया? अगर कोई घटना जानबूझकर होती है, तो हम उचित कदम उठाएंगे। लेकिन यह एक दुर्घटना है, जो गलत है, और हमारे नेताओं ने माफी मांग ली है।"
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी बीजेपी की इस्तीफे की मांग को "शुद्ध रूप से राजनीतिक" करार दिया और विपक्ष पर तथ्यों को तोड़-मरोड़कर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "वे हमेशा तथ्यों को तोड़-मरोड़कर झूठी जानकारी फैलाते हैं। उनकी इस्तीफे की मांग का कोई आधार नहीं है।"
सिद्धारमैया ने कुंभ मेले सहित अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए बीजेपी की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "कुंभ मेले में 40-50 लोग मारे गए, क्या तब उन्होंने इस्तीफे की मांग की? उद्घाटन के दिन एक फ्लाईओवर ढह गया, जिसमें 140 लोग मारे गए, क्या उन्होंने प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांगा? गोधरा ट्रेन हादसे के समय कौन मुख्यमंत्री था? चामराजनगर में ऑक्सीजन संकट के दौरान क्या उन्होंने बोम्मई का इस्तीफा मांगा?"
सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार जांच के नतीजों के आधार पर उचित कार्रवाई करेगी। उन्होंने इस घटना को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल जीत के जश्न के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया।
4 जून 2025 को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आरसीबी की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हुई और 56 अन्य घायल हुए। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अप्रत्याशित भीड़ उमड़ने के कारण यह हादसा हुआ।
खड़गे ने इस घटना को "बेहद दुखद" करार देते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक सरकार के राहत, चिकित्सा सहायता और प्रभावित परिवारों की मदद के सभी प्रयासों का समर्थन करती है।
बता दें कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 10 जून को दिल्ली में खड़गे, राहुल गांधी, और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें भगदड़ की घटना और कर्नाटक की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई। कांग्रेस नेतृत्व ने इस घटना पर नाराजगी जताई और सरकार से पीड़ित परिवारों के साथ खड़े रहने की अपील की।
कर्नाटक सरकार ने भगदड़ की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। सिद्धारमैया ने कहा कि जांच के नतीजों के आधार पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में बेहतर भीड़ प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया।
बेंगलुरु भगदड़ ने कर्नाटक में राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है, जिसमें बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। महाकुंभ भगदड़ पर बीबीसी रिपोर्ट ने बीजेपी को बचाव की मुद्रा में ला दिया है। जबकि खड़गे और सिद्धारमैया ने बेंगलुरु त्रासदी को हादसा बताते हुए बीजेपी की इस्तीफे की मांग को खारिज किया।