चिराग का यह बयान कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना की अपनी पार्टी की मांग दोहराए जाने के एक दिन बाद आया है। राहुल ने इस मुद्दे पर सरकार पर लगातार दबाव बना रखा है। लैटरल एंट्री पर भी जब राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लगातार दो दिनों तक दबाव बनाया तो चिराग पासवान और जेडीयू ने लैटरल एंट्री का विरोध कर दिया और उसके बाद मोदी सरकार ने लैटरल एंट्री का विज्ञापन वापस ले लिया। अब जाति जनगणना का मुद्दा भी सामने आ गया है।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार में लड़ी गई सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की, जिससे पासवान को कैबिनेट पद मिला, जो केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। दूसरी तरफ बिहार में भाजपा की एक अन्य सहयोगी पार्टी, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) ने अक्सर मांग की है कि भारत में जाति जनगणना कराई जाए।