विवाद जब शांत नहीं हुआ तो रविवार को भाजपा ने अलवर के इस नेता को पत्र भेजकर पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बोलने पर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। पत्र पर भाजपा की राज्य अनुशासन समिति के प्रमुख ओंकार सिंह लाखावत द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे।