loader

मुख्यालय में घुसने पर कांग्रेस बोली- दिल्ली पुलिस 'बीजेपी की निजी सेना'

पुलिस और सुरक्षा बलों के कथित तौर पर कांग्रेस मुख्यालय में घुसने पर कांग्रेस ने सरकार और दिल्ली पुलिस को लेकर तीखी टिप्पणी की है। कांग्रेस के नेताओं ने ट्विटर पर इस घटना के वीडियो को साझा करते हुए कहा है कि दिल्ली पुलिस बीजेपी की निजी सेना की तरह व्यवहार कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी मुख्यालय में जबरन घुसने को लोकतांत्रिक व्यवस्था पर काला धब्बा क़रार दिया है।

खड़गे ने ट्वीट किया, 'दिल्ली पुलिस बीजेपी की प्राइवेट आर्मी की तरह बर्ताव कर रही है। भारत की सबसे पुरानी पार्टी के मुख्यालय में जबरन घुसना देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर एक धब्बा है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को यह याद रखना चाहिए कि भारत के लोग भारत के लोगों के ख़िलाफ़ उनके फासीवाद को देख रहे हैं।'

खड़गे की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब दिल्ली पुलिस कथित तौर पर बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड के अंदर घुस गई। 

कांग्रेस ने कहा है कि दिल्ली पुलिस के कुछ जवान पार्टी मुख्यालय के अंदर घुस गए। इसके बाद वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, भूपेश बघेल, अजय माकन और गौरव गोगोई मुख्यालय के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए और उन्होंने बीजेपी और दिल्ली पुलिस के ख़िलाफ़ नारेबाजी की। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि पुलिस किसी राजनीतिक दल के मुख्यालय के अंदर घुस गई हो। 

इस घटना को लेकर कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें पुलिस को पार्टी कार्यालय में घुसते और एक व्यक्ति, संभवतः पार्टी कार्यकर्ता को ले जाते हुए देखा जा सकता है। वह कार्यकर्ता उस समूह का हिस्सा था जो नारेबाजी कर रहा था, पुलिस से सवाल कर रहा था और घटना को अपने फोन पर रिकॉर्ड कर रहा था। 

कार्ति ने वीडियो के साथ ट्वीट में कहा है कि दिल्ली पुलिस कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर बीजेपी के "निजी मिलिशिया" की तरह व्यवहार कर रही है।

पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कांग्रेस मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के कथित तौर पर घुसने को 'आतंक और अत्याचार का नंगा' नाच करार दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का नाम लेते हुए कहा है कि देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के मुख्यालय में पुलिस घुसाकर हमला करा दिया!

कांग्रेस पार्टी ने भी आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी ने कांग्रेस के दफ्तर में 'पुलिसिया गुंडे भेजे हैं'। 

श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट किया है, 'भारत की सबसे पुरानी पार्टी के मुख्यालय में दिल्ली पुलिस के घुसने की ये तस्वीरें लोकतंत्र पर धब्बा हैं। आखिर दिल्ली पुलिस को कांग्रेस मुख्यालय में घुसने का आदेश किसने दिया?' 

बता दें कि कांग्रेस के कई सांसदों को पुलिस ने 24, अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय जाने से रोक दिया। इस इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और पुलिस ने किसी भी तरह के जमावड़े पर रोक लगा दी है। कांग्रेस के कई सांसद इस वजह से पार्टी के दफ्तर नहीं पहुंच सके और उन्हें वापस लौटना पड़ा। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी और सोनिया गांधी के ख़िलाफ़ ईडी की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें