कहा जाता है कि मुसलिम-यादव (एम-वाई) गठजोड़ के दम पर यूपी में मुलायम सिंह की सपा और बिहार में लालू प्रसाद यादव के आरजेडी को जीत मिलती रही थी। बीजेपी ने इन राज्यों में उस गठजोड़ को तोड़ दिया और सपा व आरजेडी के क़िले को भी भेद दिया। इन राज्यों में या तो उसने अकेले दम पर सरकार बनायी या फिर गठबंधन में सरकार बनाई। कहा जा रहा है कि अब कर्नाटक में बीजेपी सिद्धारमैया और कांग्रेस के ऐसे ही गठजोड़ को तोड़ने की कोशिश में है। तो सवाल है कि क्या कर्नाटक में भी मुसलिम-यादव गठजोड़ है वह इसे तोड़ने के लिए क्या कर रही है?
यूपी-बिहार वाला फॉर्मूला कर्नाटक में अपना रही बीजेपी, सफल होगी?
- राजनीति
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- 12 Apr, 2023
क्या बीजेपी यूपी और बिहार में अपने आजमाए हुए चुनावी समीकरण को कर्नाटक में अपनाकर चुनावी जीत की आस में है? और क्या वह ऐसा कर पाएगी? जानिए, वह यूपी-बिहार वाला कौन सा फ़ॉर्मूला अपना रही है।

इस सवाल का सीधा-सीधा जवाब तो यह है कि कर्नाटक में मुसलिम-यादव गठजोड़ तो नहीं है, लेकिन गठजोड़ है बिल्कुस उसी तरह का। यूपी और बिहार में मुसलिम और ओबीसी जाति यादव का गठजोड़ था तो कर्नाटक में मुसलिम और ओबीसी की एक जाति कुरुबा का गठजोड़ है। कहा जाता है कि इस गठजोड़ से सिद्धारमैया का राज्य में मज़बूत आधार तैयार रहा है।