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बी वी श्रीनिवास

युवक कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास पर एक और FIR

भारतीय युवक कांग्रेस (IYC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास के एक और एफआईआर बेंगलुरु में दर्ज की गई है। असम के गुवाहाटी में एफआईआर दर्ज होने के बाद बीजेपी शासित दूसरे राज्य में यह दूसरी एफआईआर है। श्रीनिवास पर अब 23 अप्रैल को बेंगलुरू के एक होटल में आयोजित बैठक के दौरान कथित तौर पर चुनाव अधिकारियों को ड्यूटी में बाधा डालने का आरोप है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में तलाशी और बैठक के निरीक्षण को लेकर श्रीनिवास की अधिकारियों से कथित तौर पर कहासुनी हो गई थी। उसके बाद एफआईआर दर्ज की गई। हालांकि चुनाव के दौरान ऐसी बहस और आपत्तियां राजनीतिक दलों में आम हैं। लेकिन फिर भी एफआईआर दर्ज की गई। श्रीनिवास और उनकी टीम इस समय कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कोविड 19 के दौरान कि किए गए अपने काम से श्रीनिवास काफी लोकप्रिय हैं।
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इससे पहले गुवाहाटी पुलिस ने युवक कांग्रेस से निष्कासित अंगकिता दत्ता की एफआईआर पर कथित उत्पीड़न के मामले में पूछताछ के लिए बी वी श्रीनिवास को 2 मई को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है।

गुवाहाटी में, दत्ता ने कल आरोप लगाया था कि श्रीनिवास द्वारा कोविड -19 महामारी के दौरान किए गए "सभी सामाजिक काम" "पीआर स्टंट" का हिस्सा थे।
उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि श्रीनिवास के खिलाफ आरोप लगाने के बाद कांग्रेस ने उन्हें "पार्टी विरोधी गतिविधियों" के लिए निष्कासित कर दिया, लेकिन वह पार्टी के प्रति अपने "कर्तव्य और जिम्मेदारी" के प्रति वफादार रहेंगी। श्रीनिवास ने दत्ता को कानूनी नोटिस भेजकर माफी मांगने की मांग की है।

42 साल के श्रीनिवास कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के भद्रावती के एक गैर-राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। श्रीनिवास शुरू में एक पेशेवर क्रिकेटर बनने के इच्छुक थे। उन्होंने कर्नाटक की अंडर-16 टीम का प्रतिनिधित्व किया और दक्षिण क्षेत्र की अंडर-19 टीम का हिस्सा थे।
उनकी दाहिनी आंख में लगी चोट ने उन्हें लगभग दो साल तक खेल से दूर रखा, जिसके कारण उन्हें 2003 में क्रिकेट छोड़ना पड़ा।

वह एक दोस्त के कहने पर कांग्रेस की छात्र शाखा एनएसयूआई में शामिल हो गए और धीरे-धीरे फुलटाइम नेता बन गए। उन्हें दिसंबर 2020 में भारतीय युवक कांग्रेस का अध्यक्ष नामित किया गया था।

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2021 में दूसरी कोविड लहर ने श्रीविनास को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई। अपनी 1,000 से अधिक सदस्यीय टीम के साथ, श्रीनिवास ने लगातार काम किया। दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में रोगियों के लिए बेड, ऑक्सीजन, दवाओं और प्लाज्मा की व्यवस्था की थी। यहां तक की कुछ बीजेपी नेताओं ने भी श्रीनिवास के सामाजिक काम की तारीफ की थी। 
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क़मर वहीद नक़वी
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