केसीआर और केजरीवाल की शनिवार को हैदराबाद में मुलाकात हुई।
पीएम मोदी माफी के सौदागर हैं। जिस तरह उन्होंने तीनों कृषि कानून और भूमि अधिग्रहण कानून वापस लिया। उन्हें दिल्ली राज्य के खिलाफ लाए गए अध्यादेश को भी वापस लेना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि अगर लोग जनादेश से गैर-बीजेपी पार्टियों को सत्ता में लाते हैं, तो बीजेपी के नेतृत्व वाला केंद्र उन्हें काम नहीं करने देता। या तो वे विधायकों को खरीदते हैं, ईडी और सीबीआई को भेजकर विधायकों को तोड़ते हैं या वे राज्यपालों के माध्यम से अध्यादेश लाते हैं, जैसा कि तेलंगाना में हो रहा है।