लोकसभा चुनाव में बीएसपी की बुरी तरह हार के बाद अब फिर से मायावती ने आकाश आनंद को ही अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया है। इसके साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक के पद पर उन्हें बहाल कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव में बीएसपी ने एक भी सीट नहीं जीती। लोकसभा चुनाव के बीच ही आकाश को दोनों पद से हटा दिया गया था। तब वह बीजेपी के ख़िलाफ़ काफी आक्रामक थे।
मायावती ने फिर से आकाश आनंद को ही उत्तराधिकारी घोषित क्यों किया?
- राजनीति
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- 23 Jun, 2024
मायावती ने महीनों पहले आकाश को राजनीतिक वारिस घोषित किया था, लेकिन लोकसभा चुनाव के बीच ही उनको हटा दिया गया था। जानिए, अब फ़ैसला क्यों बदला।

फाइल फोटो
लोकसभा चुनाव में ख़राब प्रदर्शन की समीक्षा के लिए बीएसपी ने बैठक की। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने पुष्टि की कि 2024 के चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन की समीक्षा के लिए लखनऊ में आयोजित एक बैठक में आकाश आनंद के मामले में यह निर्णय लिया गया। आनंद सहित सभी राज्यों से पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी और नेता मौजूद थे। कुछ रिपोर्टों के अनुसार समीक्षा बैठक से पहले ही कुछ उम्मीदवारों ने आकाश आनंद को बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक के पद से हटाने और चुनाव के बीच में ही प्रचार अभियान से हटने के फ़ैसले को मुस्लिम और दलित वोटों के बसपा से सपा-कांग्रेस गठबंधन की ओर जाने का संभावित कारण बताया था।