मध्य प्रदेश में शनिवार को शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में तीन नए मंत्री शामिल किए गए। राज्य में तीन महीने बाद विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में तीन नए मंत्रियों के शपथ लेने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य में भाजपा की स्थिति क्या है और चुनाव को लेकर क्या राजनीति हो रही है। कांग्रेस ने इसे भाजपा की घबराहट बताया है लेकिन भाजपा इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं है। हालांकि इस विस्तार के लिए सीएम चौहान को भाजपा आलाकमान से अनुमति लेनी पड़ी। लेकिन मध्य प्रदेश के मतदाताओं में जो संदेश जाना था वो जा चुका है।