राहुल गांधी ने अमित शाह के भारतीय भाषाओं पर दिए बयान के बाद तीखा हमला बोला है। राहुल ने कहा कि 'अंग्रेज़ी शर्म नहीं, शक्ति है'। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस नहीं चाहते कि भारत का ग़रीब बच्चा अंग्रेज़ी सीखे, क्योंकि इससे वह सवाल पूछने, आगे बढ़ने और बराबरी करने में सक्षम होगा। यह बयान अमित शाह की उस टिप्पणी के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि जल्द ही ऐसा समाज बनेगा जहां अंग्रेज़ी बोलने वालों को शर्मिंदगी महसूस होगी।
अंग्रेज़ी शर्म नहीं, शक्ति है; BJP-RSS नहीं चाहते कि ग़रीब अंग्रेज़ी सीखे: राहुल
- राजनीति
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- 20 Jun, 2025
राहुल गांधी ने 'अंग्रेज़ी' को लेकर अमित शाह की टिप्पणी के बाद कहा है यह शर्म नहीं, बल्कि शक्ति है। भाषा को लेकर शुरू हुई बहस क्यों अब बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनता जा रहा है?

राहुल गांधी ने कहा, 'अंग्रेज़ी बाँध नहीं, पुल है। अंग्रेज़ी शर्म नहीं, शक्ति है। अंग्रेज़ी ज़ंजीर नहीं, ज़ंजीरें तोड़ने का औज़ार है। BJP-RSS नहीं चाहते कि भारत का ग़रीब बच्चा अंग्रेज़ी सीखे, क्योंकि वो नहीं चाहते कि आप सवाल पूछें, आगे बढ़ें, बराबरी करें।' उन्होंने आगे कहा, 'आज की दुनिया में अंग्रेज़ी उतनी ही ज़रूरी है जितनी आपकी मातृभाषा, क्योंकि यही रोज़गार दिलाएगी, आत्मविश्वास बढ़ाएगी। भारत की हर भाषा में आत्मा है, संस्कृति है, ज्ञान है। हमें उन्हें संजोना है - और साथ ही हर बच्चे को अंग्रेज़ी सिखानी है। यही रास्ता है एक ऐसे भारत का, जो दुनिया से मुक़ाबला करे, जो हर बच्चे को बराबरी का मौक़ा दे।'