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कांग्रेस विचारों के संकट से जूझ रही है ना कि नेतृत्व के: खुर्शीद 

पांच राज्यों के चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के भीतर उठे तमाम सवालों को लेकर वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने प्रतिक्रिया दी है। सलमान खुर्शीद ने गांधी परिवार का समर्थन करते हुए कहा है कि पार्टी विचारों के संकट से जूझ रही है ना कि नेतृत्व के। 

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के साथ बातचीत में खुर्शीद ने कहा कि हम पार्टी के अंदर और देश में जिस संकट का सामना कर रहे हैं यह नेतृत्व का संकट नहीं है यह विचारों का संकट है। 

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस का नेतृत्व लोगों के सामने एक नए विचार को रखने में सफल ना होने के लिए जिम्मेदार है, उन्होंने कहा कि नेतृत्व विचारों के संकट से निपटना चाहता है लेकिन हम खुद ही इससे उलझ जाते हैं। क्योंकि हमारे पास अपने भी विचार होते हैं। कुछ लोग सॉफ्ट हिंदुत्व चाहते हैं, कुछ समाजवाद चाहते हैं, कुछ पूंजीवाद चाहते हैं और कुछ लोग चाहते हैं कि मोदी पर हमला न किया जाए, ऐसे में हम अपने नेतृत्व के लिए सही कैसे हो सकते हैं।

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असंतुष्ट नेताओं के गुट G-23 की ओर से पार्टी में सभी स्तरों पर चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर सलमान खुर्शीद ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि पार्टी से चुनाव कराने को कहा गया और पार्टी चुनाव करा रही है। 

वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने द इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत में कहा था कि गांधी परिवार को हटना चाहिए और किसी दूसरे नेता को मौका दिया जाना चाहिए। इसे लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सांसद मनिक्कम टैगोर की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी। खुर्शीद ने इस मामले में कहा कि कपिल सिब्बल को अपनी बात रखने का हक है लेकिन हम इसे उनके दृष्टिकोण के आधार पर तय नहीं करेंगे। 

G-23 गुट के नेताओं पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग जो आज शिकायत कर रहे हैं वे इस बारे में बात नहीं करते कि उन्हें इस व्यवस्था से कितना फायदा मिला है।

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जैसा कि तय माना जा रहा था चुनावी हार के बाद G-23 गुट पार्टी नेतृत्व पर हमले तेज करेगा वैसा ही हुआ है। चुनावी हार के बाद जब कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई तो इससे पहले यह खबर आई कि गांधी परिवार के सभी सदस्यों ने इस्तीफा देने की बात कही है। लेकिन कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी के नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह किया गया।
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क़मर वहीद नक़वी
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