शरद पवार
दरअसल, इससे पहले एआईसीसी के पर्यवेक्षक और महाराष्ट्र के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने मंगलवार को पवार से मुलाकात के दौरान दोनों पार्टियों के व्यापक हित में और बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए विलय का प्रस्ताव दिया था। यह प्रस्तावित किया गया था कि शरद पवार गुट के उम्मीदवार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे क्योंकि एनसीपी का चुनाव चिन्ह अब उनके पास नहीं है। इसके बाद दोनों दलों में विलय की खबरें उड़ी थीं।