पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र
पंजाब दशकों में सबसे भयावह बाढ़ संकट से जूझ रहा है। भारी बारिश और हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर से आने वाली नदियों में उफान के कारण राज्य के सभी 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। सरकारी आँकड़ों के अनुसार, अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 3.54 लाख से अधिक लोग इस आपदा से प्रभावित हुए हैं। क़रीब 1400 गाँव जलमग्न हैं और लगभग 3 लाख एकड़ में फसलें तबाह हो चुकी हैं। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग की है। इसके बाद ख़बर आई है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
पंजाब की भगवंत मान सरकार ने सभी 23 जिलों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया। सबसे अधिक प्रभावित जिले गुरदासपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, होशियारपुर, कपूरथला, जालंधर, मोगा, लुधियाना, बरनाला, संगरूर और पटियाला हैं। गुरदासपुर में 324 गांव और अमृतसर में 135 गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के साथ-साथ मौसमी नदियों में भारी बारिश के कारण जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। भाखड़ा बांध और अन्य जलाशयों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से स्थिति और गंभीर हो गई है।
फसलें तबाह
मुख्यमंत्री भगवंत मान के अनुसार, क़रीब 3 लाख एकड़ खेतों में धान की फसल बर्बाद हो चुकी है। इसके अलावा, पशुधन को भी भारी नुकसान हुआ है, जिसने ग्रामीण परिवारों की आजीविका को गहरी चोट पहुंचाई है। रिपोर्टों के अनुसार राज्य में अब तक 19597 लोगों को बचाया गया है, जिनमें से गुरदासपुर में 5581 और फिरोजपुर में 3432 लोग शामिल हैं। 174 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहाँ 5167 लोग शरण लिए हुए हैं।
विशेष राहत पैकेज की मांग
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ से प्रभावित राज्यों के लिए तत्काल विशेष राहत पैकेज की घोषणा करने की अपील की। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, 'पंजाब में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की स्थिति भी अत्यंत चिंताजनक है। हजारों परिवार अपने घर, जिंदगी और प्रियजनों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।' उन्होंने केंद्र सरकार से राहत और बचाव कार्यों को तेज करने और विशेष रूप से किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग की।
राहुल गांधी की विशेष राहत पैकेज की यह मांग ऐसे समय में आई है, जब पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार पर 'राज्य की तबाही को नज़रअंदाज करने' का आरोप लगाया।
चीमा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस गंभीर स्थिति पर एक शब्द भी नहीं बोला और केंद्र ने अभी तक 60,000 करोड़ रुपये के बकाया फंड को जारी नहीं किया।
शिवराज सिंह चौहान करेंगे दौरा
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को घोषणा की कि वह गुरुवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'पंजाब में भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ की स्थिति के संबंध में आज मैंने पंजाब के माननीय राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया, मुख्यमंत्री भगवंत मान और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह से चर्चा की और विस्तृत जानकारी ली। मैं कल सुबह पंजाब पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने भाई-बहनों से मिलूंगा। संकट की इस घड़ी में केंद्र सरकार पूरी तरह से पंजाब के लोगों के साथ है और हर संभव सहायता प्रदान करेगी।'
कृषि मंत्री अमृतसर पहुंचकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और पंजाब सरकार के अधिकारियों व केंद्रीय अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक करेंगे। उनका यह दौरा फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने और प्रभावित किसानों के लिए राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए अहम है।
बचाव और राहत कार्यों में तेजी
पंजाब सरकार, भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एनडीआरएफ़, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एसडीआरएफ़ और सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ़ के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। 23 एनडीआरएफ़ टीमें, 12 सेना कॉलम, 35 हेलीकॉप्टर और 114 नावें बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। रिपोर्टों के अनुसार हरीके बैराज और हुसैनीवाला बैराज के ऊपरी और निचले क्षेत्रों से लोगों को निकाला जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि आठ राहत शिविरों में 500-600 लोग रह रहे हैं और ज़रूरत पड़ने पर और लोगों को स्थानांतरित करने के लिए टीमें गठित की जा रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री बलवीर सिंह ने कहा कि 818 मेडिकल टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात हैं ताकि कोई भी व्यक्ति चिकित्सा देखभाल से वंचित न रहे। इसके अलावा, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने भी राहत कार्यों में सक्रिय भागीदारी की है और अपने कर्मचारियों की एक दिन की सैलरी राहत कोष में दान करने की घोषणा की है। मशहूर पंजाबी गायक गुरदास मान ने भी मुख्यमंत्री राहत कोष में 25 लाख रुपये और 5 लाख रुपये की दवाइयां दान करने की घोषणा की है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पंजाब के कई जिलों- कपूरथला, जालंधर, नवांशहर, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, बरनाला और संगरूर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। इस कारण पंजाब सरकार ने सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को अब 7 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है।
मान ने बाढ़ का लिया जायजा
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बाढ़ प्रभावित फिरोजपुर का नाव से दौरा किया और कहा, 'पंजाब ने हमेशा देश के संकट में साथ दिया है, अब देश को पंजाब के साथ खड़ा होना चाहिए।' उन्होंने केंद्र से आपदा राहत मुआवजे के मानदंडों में संशोधन और 60,000 करोड़ रुपये के बकाया फंड की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी प्रधानमंत्री से तत्काल राहत पैकेज की मांग की है।
पंजाब में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, जिसने न केवल लोगों की जिंदगी को प्रभावित किया है, बल्कि कृषि और पशुधन को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। राहत पैकजों की मांग के बीच शिवराज सिंह चौहान का दौरा इस दिशा में एक अहम कदम हो सकता है। राहुल गांधी और अन्य नेताओं की विशेष राहत पैकेज की मांग से उम्मीद है कि प्रभावित लोगों, खासकर किसानों, को जल्द राहत मिलेगी।