पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने सोमवार को अपनी विवादास्पद लैंड पूलिंग पॉलिसी 2025 को वापस लेने का ऐलान किया। इस फैसले को शिरोमणि अकाली दल ने अपनी बड़ी जीत करार देते हुए कहा कि यह उनके लगातार विरोध और धरनों के दबाव का नतीजा है। इस नीति के खिलाफ किसानों, जमीन के मालिकों और विपक्षी दलों ने तीखा विरोध दर्ज किया था, जिसके बाद पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने भी इस पर चार सप्ताह के लिए अंतरिम रोक लगा दी थी।
पंजाब की आप सरकार का यू-टर्न, लैंड पूलिंग पॉलिसी वापस ली
- पंजाब
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- 11 Aug, 2025
पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार ने अपनी विवादास्पद लैंड पूलिंग पॉलिसी वापस ले ली। जानिए इस फैसले के पीछे की वजह और इसका राज्य के विकास पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

पंजाब सरकार ने मई 2025 में भूमि पूलिंग नीति की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य राज्य में शहरी आवास और व्यावसायिक विकास के लिए योजनाबद्ध और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना था। इसके तहत सरकार ने 164 गांवों में लगभग 65,000 एकड़ जमीन, विशेष रूप से लुधियाना जैसे क्षेत्रों में, आवासीय और औद्योगिक जोन विकसित करने के लिए अधिग्रहण करने की योजना बनाई थी। नीति के अनुसार प्रत्येक एकड़ जमीन के बदले जमीन मालिकों को 1000 वर्ग गज का आवासीय प्लॉट और 200 वर्ग गज का व्यावसायिक प्लॉट विकसित जमीन के रूप में देने का प्रावधान था। हालांकि, इस नीति को किसानों और विपक्षी दलों ने 'किसान विरोधी' और 'जमीन लूट योजना' करार दिया। शिरोमणि अकाली दल, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस जैसे दलों ने नीति के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन किए।