नागरिकता संशोधन क़ानून पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सबसे बुजुर्ग नेता और दिग्गज अकाली सियासतदान पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आख़िरकार अपनी ख़ामोशी तोड़ दी है। नागरिकता क़ानून, देश के मौजूदा हालात और धर्मनिरपेक्षता को लेकर दिख रहे ख़तरे पर उन्होंने नाम लेने से परहेज करते हुए बीजेपी, आरएसएस, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खुलकर घेरा है। अब तक नागरिकता क़ानून पर बड़े बादल यानी प्रकाश सिंह बादल पूरी तरह ख़ामोश थे और इसे राजनीति में तूफान से पहले की ख़ामोशी कहा जा रहा था। अब जब यह ख़ामोशी टूटी तो बादल अपनी चिर-परिचित शैली में बीजेपी पर जमकर बरसे।