राजस्थान में 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होना है और उससे पहले राजस्थान कांग्रेस के दो सूरमाओं अशोक गहलोत और सचिन पायलट के कैंप अपनी सियासी चालें चल रहे हैं। ताज़ा बयान पायलट गुट के विधायकों की ओर से आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उनकी लड़ाई आत्मसम्मान की है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तानाशाही रवैये के ख़िलाफ़ है।
राजस्थान: पायलट गुट के विधायक बोले- गहलोत की तानाशाही के ख़िलाफ़ है लड़ाई
- राजस्थान
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- 5 Aug, 2020
राजस्थान में 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होना है और उससे पहले राजस्थान कांग्रेस के दो सूरमाओं अशोक गहलोत और सचिन पायलट के कैंप अपनी सियासी चालें चल रहे हैं।

छह बार के विधायक हेमाराम चौधरी ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा कि वे (बाग़ी विधायक) कांग्रेस के सच्चे सिपाही हैं और पार्टी के ख़िलाफ़ नहीं है लेकिन वे गहलोत के नेतृत्व में काम नहीं कर सकते।