दिल्ली के लाल क़िले के पास विस्फोट करने वाले आरोपी के घर से जो विस्फोटक सामग्री मिली थी, वही सामग्री अब राजस्थान के टोंक में एक कार से बरामद की गई है। क्या नए साल की पूर्व संध्या पर कोई बड़ी साज़िश थी?
टोंक पुलिस की कार्रवाई। (फोटो एक्स/@7ru7h_1)
नए साल की पार्टी और जश्न से ठीक पहले राजस्थान के टोंक जिले में एक कार से 150 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट नाम का विस्फोटक पदार्थ जब्त किया गया है। साथ ही 200 विस्फोटक कारतूस और करीब 1100 मीटर फ्यूज वायर यानी डेटोनेटर तार भी बरामद हुए हैं। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस साल नवंबर में दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार बम धमाके में भी अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल हुआ था और धमाके के आरोपी के घर से बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ था। टोंक पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह खनन में विस्फोट के लिए ले जाया जा रहा था या फिर कोई और वजह थी।
टोंक जिले की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम यानी डीएसटी ने यह कार्रवाई की। डिप्टी एसपी मृत्युंजय मिश्रा ने मीडिया से कहा कि डीएसटी इंचार्ज ओम प्रकाश की अगुवाई में टीम को खुफिया जानकारी मिली थी कि बुंदी से टोंक की तरफ एक मारुति सियाज कार में विस्फोटक सामग्री ले जाई जा रही है। टीम ने बारोनी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में कार को रोककर तलाशी ली।
कार में यूरिया खाद की बोरी में छिपाकर 150 किलो अमोनियम नाइट्रेट रखा गया था। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार डिप्टी एसपी ने कहा, 'यह विस्फोटक बहुत खतरनाक होता है। हम जांच कर रहे हैं कि यह सामग्री कहां से आई, कहां ले जाई जा रही थी और इसका मकसद क्या था। क्या यह खनन के लिए था या कोई और वजह, सब कुछ पता लगाया जा रहा है।'
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा है- बुंदी के रहने वाले सुरेंद्र पटवा और सुरेंद्र मोची। दोनों आरोपी कथित तौर पर इस विस्फोटक सामग्री को बुंदी से टोंक सप्लाई करने जा रहे थे। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है कि क्या कोई और लोग इसमें शामिल हैं। कार को भी जब्त कर लिया गया है।अमोनियम नाइट्रेट क्यों ख़तरनाक है?
अमोनियम नाइट्रेट एक सफेद क्रिस्टल जैसा रसायन है, जो आमतौर पर खाद फर्टिलाइजर के रूप में इस्तेमाल होता है। लेकिन यह विस्फोटक बनाने में भी काम आता है। अगर इसे सही तरीके से डेटोनेट किया जाए तो बहुत बड़ा धमाका कर सकता है। इस साल नवंबर में दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार बम धमाके में भी अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल हुआ था। उस हमले में एक दर्जन से ज़्यादा लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे। उस मामले में भी बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ था।
नए साल की पूर्व संध्या पर यह जब्ती इसलिए और ज्यादा चिंताजनक है, क्योंकि ऐसे समय में सुरक्षा व्यवस्था सख्त होती है। पुलिस का कहना है कि नए साल के जश्न में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसलिए पूरे राज्य में चेकिंग चल रही थी। इसी दौरान यह सफलता मिली।
पुलिस की जांच क्या कहती है?
क्या यह अवैध खनन के लिए था? क्योंकि राजस्थान में पत्थर खदानों में ऐसे विस्फोटकों का इस्तेमाल होता है। या नए साल पर कोई बड़ा प्लान था? आरोपी कौन सप्लाई कर रहा था और किसे देना था? सब कुछ जांच का विषय है। पुलिस सभी एंगल से छानबीन कर रही है। अगर कोई आतंकी कनेक्शन निकला तो मामला और गंभीर हो सकता है।
यह कार्रवाई नए साल से पहले एक बड़ी राहत है। पुलिस की सतर्कता से शायद कोई बड़ा हादसा टल गया। राजस्थान पुलिस ने सभी जिलों में अलर्ट बढ़ा दिया है।