नरेंद्र सिंह तोमर
बीजेपी - दिमनी
जीत
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा है कि राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने यह बात न्यूज़ चैनल आज तक से बातचीत के दौरान कही। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री के पद के लिए सचिन पायलट से बेहतर दूसरा कोई नेता नहीं है।
राजेंद्र गुढ़ा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है।
शुक्रवार को ही आध्यात्मिक गुरु और कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सचिन पायलट का पक्ष लेते हुए न्यूज़ चैनल News24 के साथ बातचीत में कहा था कि सचिन पायलट को इंसाफ मिलना चाहिए।
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा ‘एक व्यक्ति एक पद’ का समर्थन करने के बाद यह भी तय हो गया है कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी होगी।
हालांकि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में तटस्थ रहेंगी। लेकिन अशोक गहलोत को गांधी परिवार द्वारा समर्थित उम्मीदवार माना जा रहा है इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में उनका जीत हासिल करना लगभग तय है।
गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद यह बड़ा सवाल होगा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी किसे मिलेगी।
राजेंद्र गुढ़ा उन छह विधायकों में शामिल हैं जो बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे और बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे और गहलोत सरकार को समर्थन दिया था। राजेंद्र गुढ़ा ने आज तक से बातचीत में कहा कि सभी छह विधायक सचिन पायलट के साथ हैं और सारे निर्दलीय विधायक भी पायलट को समर्थन देंगे।
यह पूछे जाने पर कि राजस्थान में क्या जल्द ही सचिन पायलट की ताजपोशी होगी। राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि यह काम हो चुका है। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो यह राजस्थान के हित में सबसे अच्छा फैसला होगा। गुढ़ा ने कहा कि क्योंकि अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे इसलिए सचिन पायलट को भी उनका आशीर्वाद मिलेगा।
खबरों के मुताबिक, अशोक गहलोत ने कांग्रेस हाईकमान के सामने विधानसभा के स्पीकर डॉक्टर सीपी जोशी और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का नाम मुख्यमंत्री के दावेदारों के रूप में रखा है। लेकिन कहा जा रहा है कि गांधी परिवार और कांग्रेस नेतृत्व सचिन पायलट को राज्य का मुख्यमंत्री बनाना चाहता है। सियासी जानकारों के मुताबिक, मुख्यमंत्री की कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार सचिन पायलट ही हैं।
सचिन पायलट के समर्थक लंबे वक्त से मांग करते रहे हैं कि राज्य की कमान उनके नेता के हाथ में दी जाए। क्या कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री की कुर्सी के मामले में अशोक गहलोत की पसंद को अहमियत देगा? या फिर पायलट को यह कुर्सी मिलेगी, इस फैसला आने वाले कुछ दिनों में हो जाएगा।
याद दिलाना होगा कि 2018 में जब कांग्रेस राजस्थान में सत्ता में आई थी तब पायलट राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष थे और मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे। लेकिन कांग्रेस ने अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी थी जबकि पायलट उप मुख्यमंत्री बने थे। पायलट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री जैसे बड़े पद पर भी थे लेकिन बगावत के बाद उन्हें दोनों पदों से हाथ धोना पड़ा था।
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