loader

मजाक के लिए बनाए वीडियो पर कंगना क़तर एयरवेज सीईओ पर क्यों भड़कीं?

कंगना रनौत आज फिर से ट्विटर यूज़रों के निशाने पर आ गईं जब उन्होंने मजाक में हँसी-ठिठोली के लिए बनाए गए एक वीडियो को वास्तविक समझकर क़तर एयरवेज के सीईओ पर भड़क गईं। कंगना ने इंस्टाग्राम पर अपनी टिप्पणी साझा की। उसमें वह क़तर एयरवेज के सीईओ के लिए भला-बुरा लिखती हैं। हालाँकि जब ट्विटर पर तीखी प्रतिक्रयाएँ आईं और जब उन्हें पता चला कि वह वीडियो तो दरअसल एक स्पूफ यानी मजाक में बनाया गया वीडियो था तो उन्होंने पोस्ट को डिलीट कर दिया।

जिस वीडियो पर कंगना रनौत ने टिप्पणी की थी वह दरअसल पहले का एक इंटरव्यू था जिसमें क़तर एयरवेज के सीईओ अकबर अल बेकर दिखते हैं। लेकिन इसी वीडियो को हँसी-ठिठोली के लिए एडिट कर दिया गया और आवाज़ बदल दी गई। उस आवाज़ में वासुदेव नाम का ज़िक्र किया जाता है। 

kangana ranaut on spoof video criticized qatar airways ceo - Satya Hindi

दरअसल, जिस वासुदेव का ज़िक्र किया गया है वह पहले एक वीडियो में क़तर एयरवेज के बहिष्कार का धमकी देते दिखा था। पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी नेताओं द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध करने वाले क़तर सहित दूसरे खाड़ी देशों के विरोध के बाद वासुदेव नाम के शख्स ने क़तर एयरवेज के बहिष्कार की धमकी दी थी। 

इसी धमकी को लेकर एक स्पूफ वीडियो बनाया गया। कंगना ने इसी स्पूफ वीडियो को देखकर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक लंबा नोट शेयर किया था, जिसे उन्होंने बाद में डिलीट कर दिया। लेकिन ट्विटर पर कंगना की उन पोस्टों के स्क्रीनशॉट को साझा किया जा रहा है जिसमें कंगना ने क़तर एयरवेज के सीईओ की आलोचना की है।

ताज़ा ख़बरें

कंगना ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर स्पूफ वीडियो का एक स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें क़तर एयरवेज के सीईओ वासुदेव के एयरलाइन के बहिष्कार के आह्वान का मजाक उड़ाते दिख रहे हैं। अभिनेत्री ने उनके बारे में लिखा, 'इस बेवकूफ आदमी को एक ग़रीब आदमी का मजाक बनाने, उसकी तुच्छता और उसकी स्थिति का मज़ाक उड़ाने में शर्म नहीं आती... वासुदेव आप जैसे अमीर आदमी के लिए गरीब तुच्छ हो सकते हैं लेकिन उन्हें अपनी बात कहने का अधिकार है। दुख, दर्द और निराशा किसी भी संदर्भ में हो। याद रखें कि इस दुनिया से परे एक ऐसी दुनिया है जहां हम सभी समान हैं।'

उन्होंने एक पोस्ट में आगे कहा, 'सभी तथाकथित भारतीय जो एक गरीब आदमी का मजाक उड़ाने के लिए इस धमकी का जयकार कर रहे हैं, याद रखें कि यही कारण है कि आप सभी इस अधिक आबादी वाले देश पर एक बड़ा बोझ हैं।'

कंगना की ये दोनों पोस्ट उनके पेज पर दो घंटे से अधिक समय तक रहीं, इसके बाद उन्होंने इसे डिलीट कर दिया।

सोशल मीडिया से और ख़बरें

बता दें कि इस मामले में पूरा विवाद तब उठा है जब पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद और इसलाम के बारे में की गई टिप्पणी के बाद हंगामा मचा। एक टीवी डिबेट में भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा और ट्विटर पर बीजेपी नेता नवीन कुमार जिंदल की विवादास्पद टिप्पणी ने एक अभूतपूर्व राजनयिक आक्रोश पैदा किया। क़तर उन देशों में से एक है जिसने इन टिप्पणियों की निंदा की है। क़तर के अलावा इराक, ईरान, कुवैत, सऊदी अरब, ओमान, मलेशिया, यूएई, जॉर्डन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बहरीन, मालदीव, लीबिया, तुर्की और इंडोनेशिया सहित 16 देशों ने विवादास्पद टिप्पणी को लेकर भारत के खिलाफ आधिकारिक विरोध दर्ज कराया है।

यहाँ तक ​​कि सरकार ने विभिन्न देशों में ग़ुस्से को शांत करने की कोशिश की, यह कहते हुए कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और भाजपा जिम्मेदार लोगों को पार्टी के पदों से हटा रही है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

सोशल मीडिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें