एशिया कप 2025 के ग्रुप ए मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हरा दिया। भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तान पर भारत की जीत को पहलगाम पीड़ितों और सशस्त्र बलों को समर्पित किया। इधर, हाथ नहीं मिलाए जाने के बाद पाकिस्तानी कप्तान मैच के बाद के पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हुए। पहलगाम हमले को लेकर भारत में विपक्षी नेता और सोशल मीडिया यूज़र भारत पाक मैच खेले जाने के विरोध में रहे और इसका असर मैच पर भी देखा गया। कुछ सोशल मीडिया पोस्टों में दिखा कि काफ़ी ज़्यादा स्टेडियम की कुर्सियाँ खाली रहीं। मैच के बाद प्रजेंटेशन समारोह में भी यही असर दिखा।

बहरहाल, दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया यह हाई-वोल्टेज मुकाबला भारत के लिए आसान साबित हुआ। इस रोमांचक मुकाबले में भारत के युवा सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने 31 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर मंच सजाया, जिसे कप्तान सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने शानदार बल्लेबाजी के साथ जीत तक पहुंचाया। पाकिस्तान के लिए सईम अयूब ने 3 विकेट लिए, लेकिन यह भारत की जीत को रोकने के लिए काफी नहीं था। इधर, भारत के स्पिनरों कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और वरुण चक्रवर्ती ने अपनी कसी हुई गेंदबाजी से पाकिस्तान को मात्र 127/9 के स्कोर पर रोक दिया। पाकिस्तान की बल्लेबाज़ी शुरुआत से ही लड़खड़ा गई और आख़िर तक वह उबर नहीं पाई। हालाँकि बीच में कुछ ओवरों में अच्छे शॉट खेलकर पाक टीम ने अपना स्कोर सम्मानजनक स्थिति तक पहुँचाया। 
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मैच की शुरुआत में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस हारने के बाद भी खेल का नियंत्रण अपने हाथों में रखा। भारतीय गेंदबाजों ने पहली ही गेंद से पाकिस्तानी बल्लेबाजों को दबाव में ला दिया। हार्दिक पांड्या ने पहली गेंद पर सईम अयूब को जीरो पर जसप्रीत बुमराह के हाथों कैच आउट करवाया, जिससे पाकिस्तान का आत्मविश्वास डगमगा गया। अगले ओवर में बुमराह ने पिछले मैच के शीर्ष स्कोरर मोहम्मद हारिस (3) को फाइन लेग पर हार्दिक के हाथों कैच करवाकर दूसरा झटका दिया।

स्पिनरों ने इसके बाद खेल को पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया। अक्षर पटेल (4 ओवर में 2/18), कुलदीप यादव (4 ओवर में 3/18) और वरुण चक्रवर्ती (4 ओवर में 1/24) ने अपनी सटीक लाइन और लेंथ से पाकिस्तानी बल्लेबाजों को बांधे रखा। इन तीनों ने मिलकर 40 डॉट गेंदें फेंकी, जबकि बुमराह ने 15 और डॉट गेंदें डालीं। पाकिस्तानी बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों को पढ़ने में पूरी तरह नाकाम रहे।
साहिबजादा फरहान (44 गेंदों में 40 रन) ने बुमराह को दो छक्के लगाए, लेकिन स्पिनरों के खिलाफ वह कोई प्रभावी रणनीति नहीं बना सके। फखर जमान (15 गेंदों में 17 रन) ने अक्षर के खिलाफ जोखिम उठाने की कोशिश की, लेकिन लॉन्ग-ऑन पर तिलक वर्मा ने उनका कैच लपक लिया। कप्तान सलमान अली आगा (12 गेंदों में 3 रन) और हसन नवाज ने स्लॉग स्वीप खेलने की कोशिश की, लेकिन गलत लेंथ और अतिरिक्त उछाल का शिकार हो गए। मोहम्मद नवाज कुलदीप की गुगली का सामना नहीं कर सके और फरहान भी आखिरकार कुलदीप की गेंद पर डीप में कैच आउट हो गए।

शाहीन शाह अफरीदी ने अंत में 16 गेंदों में तेजी से 33* रन बनाए, जिससे पाकिस्तान का स्कोर 125 के पार पहुंचा। लेकिन यह भारत के सामने एक कमजोर लक्ष्य साबित हुआ।

अभिषेक की आंधी 

128 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने शुरुआत में दो जल्दी विकेट खो दिए। लेकिन सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से माहौल बनाया। उन्होंने ताबड़तोड़ 31 रन बनाए, जिसने भारत को तेज शुरुआत दी। सईम अयूब ने अपनी गेंदबाजी से भारत को दो शुरुआती झटके दिए, लेकिन कप्तान सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने शानदार बल्लेबाजी के साथ पारी को संभाला। दोनों ने मिलकर भारत को बिना किसी बड़े जोखिम के लक्ष्य तक पहुंचाया। भारत ने 7 विकेट से जीत हासिल करते हुए एक बार फिर दोनों देशों के बीच क्रिकेटीय गुणवत्ता का अंतर स्पष्ट कर दिया।
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भारत-पाक का रोमांचक मुक़ाबला

भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला हमेशा से ही रोमांच और भावनाओं से भरा रहा है। इस जीत के साथ भारत ने बहुपक्षीय टूर्नामेंट्स में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी श्रेष्ठता को फिर से साबित किया। कुलदीप और अक्षर की स्पिन जोड़ी ने एक बार फिर दिखाया कि क्यों उन्हें विश्व के शीर्ष स्पिनरों में गिना जाता है। दूसरी ओर, सूर्यकुमार यादव की कप्तानी और युवा खिलाड़ियों जैसे अभिषेक और तिलक का प्रदर्शन भारत के उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करता है।

पाकिस्तान के लिए यह हार उनके बल्लेबाजी क्रम की कमजोरियों को उजागर करती है, खासकर स्पिन के खिलाफ उनकी तकनीक और रणनीति की कमी। सईम अयूब ने गेंदबाजी में प्रभावित किया, लेकिन उनकी बल्लेबाजी और बाकी बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। भारत ने इस मैच में अपनी रणनीति, गहराई और प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। स्पिनरों ने पहली पारी में दबदबा बनाया, जबकि बल्लेबाजों ने लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया।