टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज चोपड़ा को जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक मिलने के बाद उनकी तारीफ तो सभी कर रहे हैं, पर सच तो यह है कि तैयारियों के लिए ओलंपिक के पहले तक भारत सरकार या उसकी एजेन्सियों से कोई ख़ास सहयोग उन्हें नहीं मिला था।
जैवलिन थ्रो कोच : ओलंपिक खिलाड़ियों को सही खुराक़ तक नहीं मिलती
- खेल
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- 8 Aug, 2021
जैवलिन थ्रो के कोच ऊवे हॉन ने ओलंपिक की तैयारियों पर सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि खिलाड़ियों को कई बार उचित खुराक़ तक नहीं मिलती है।

उन्हें प्रशिक्षण के लिए स्पोट्स अथॉरिटी या एथलेटिक्स फ़डरेशन ने यूरोप नहीं भेजा था, न ही उन्हें कोई विशेष सुविधाएँ दी गई थीं।
जैवलिन थ्रो के जर्मन कोच ऊवे हॉन ने टोक्यो ओलंपिक 2020 के पहले ही इसका खुलासा किया था।