भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में धमाकेदार एंट्री की। जेमिमा रोड्रिग्स के शानदार प्रदर्शन ने टीम इंडिया को जीत दिलाई और कई रिकॉर्ड टूटे। 
महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत। फोटो साभार: एक्स/@BCCIWomen
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। 2025 महिला विश्व कप के सेमीफाइनल में डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत ने फाइनल में जगह पक्की कर ली। जेमिमा रोड्रिग्स की शानदार नाबाद 127 रनों की पारी ने भारत को 339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने में मदद की। यह महिला वनडे इंटरनेशनल में अब तक का सबसे बड़ा सफल रन चेज़ है। यह मैच रोमांच की सारी हदें पार कर गया, जहां भारत ने 49 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया और ऑस्ट्रेलिया को स्तब्ध कर दिया।
भारत को 339 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला था, लेकिन शुरुआत ही खराब रही। दूसरी ही ओवर में शेफाली वर्मा आउट हो गईं और साथ ही एक रिव्यू भी गंवा बैठीं। इसके बाद स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स ने 46 रनों की साझेदारी की, लेकिन 10वें ओवर में किम गार्थ की गेंद पर मंधाना लेग साइड में स्ट्रैंगल होकर आउट हो गईं।
हरमनप्रीत और रोड्रिग्स की शानदार साझेदारी 
फिर शुरू हुआ तीसरे विकेट के लिए कप्तान हरमनप्रीत कौर और रोड्रिग्स के बीच शानदार साझेदारी का दौर। इन दोनों ने मात्र 156 गेंदों में 167 रन जोड़े। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी शानदार फील्डिंग से दबाव बनाया, लेकिन पार्टनरशिप के मध्य में ही दरारें दिखने लगीं। सबसे बड़ा मौका 33वें ओवर में आया, जब रोड्रिग्स 82 रन पर खेल रही थीं और कप्तान एलिसा हीली ने उनका आसान कैच छोड़ दिया। यह ड्रॉप कैच मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
यही नहीं, करीब 10 ओवर बाद ताहलिया मैकग्राथ ने भी रोड्रिग्स का सीधा कैच हाथ से निकलने दिया, जब वह 106 रन पर थीं। इन दो जीवनदान ने रोड्रिग्स को और मजबूत बनाया। हरमनप्रीत अपनी पारी के अंत में क्रैंप से जूझ रही थीं। उन्होंने 88 गेंदों में 89 रन बनाकर आउट हो गईं। इसके बाद दीप्ति शर्मा ने तेजी से रन बटोरने की कोशिश की, लेकिन 17 गेंदों में 24 रन बनाकर रन आउट हो गईं। ऋचा घोष ने अपनी आक्रामक शैली में 16 गेंदों पर 26 रन ठोके, लेकिन एनाबेल सदरलैंड की गेंद पर आउट हो गईं।
रोड्रिग्स की मदद से भारत का नया रिकॉर्ड
अब सबकी नजरें रोड्रिग्स पर थीं। उन्होंने 134 गेंदों में नाबाद 127 रन बनाए, जिसमें शानदार स्ट्रोकप्ले शामिल था। 47वें ओवर की शुरुआत चौके से की और अगले ओवर में दो और चौके जड़े। अंतिम झटका अमनजोत कौर ने दिया। 49वें ओवर की पहली गेंद को ऑफ साइड से चौका मारकर और तीसरी गेंद को बैकवर्ड पॉइंट से कट करके भारत ने जीत हासिल कर ली। भारत ने 49 ओवर में लक्ष्य पूरा किया और महिला वनडे में सबसे बड़े रन चेज़ का नया रिकॉर्ड कायम किया।
ऑस्ट्रेलिया की पारी
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और 49.5 ओवर में 338 रन बनाए। फीबे लिचफील्ड ने 93 गेंदों में 119 रनों की विस्फोटक पारी खेली। दूसरे विकेट के लिए एलिस पेरी के साथ 133 गेंदों में 155 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया को 350 से ऊपर का स्कोर बनाने की राह पर ला खड़ा किया। पेरी ने सहयोगी भूमिका निभाते हुए 88 गेंदों में 77 रन बनाए और टीम की दूसरी सबसे बड़ी स्कोरर रहीं।
हालांकि, भारत ने शानदार वापसी की, खासकर श्री चरणी की गेंदबाजी से। चरणी ने 2 विकेट लेकर 49 रन दिए और ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर से रोकने में अहम भूमिका निभाई। भारत की फील्डिंग और गेंदबाजी ने अंतिम ओवरों में दबाव बनाया, जिससे ऑस्ट्रेलिया 49.5 ओवर में ही ऑलआउट हो गई।
ऐतिहासिक जीत का महत्व
यह जीत भारत के लिए ऐतिहासिक है। ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में हराकर भारत ने डिफेंडिंग चैंपियंस को बाहर का रास्ता दिखाया। जेमिमा रोड्रिग्स की यह पारी न केवल उनकी करियर की सर्वश्रेष्ठ थी, बल्कि महिला क्रिकेट में रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गई। कप्तान हरमनप्रीत कौर की लड़ाकू पारी और युवा खिलाड़ियों का योगदान टीम की ताकत को दिखाता है।
फाइनल में भारत का मुकाबला अब इंग्लैंड या दक्षिण अफ्रीका से होगा। भारत अब विश्व कप ट्रॉफी की प्रबल दावेदार है।