पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद बढ़ते तनाव और सामरिक तैयारियों के बीच अर्द्धसैनिक बलों की 100 कंपनियाँ जम्मू-कश्मीर भेजी गई हैं। दूसरी ओर अलगाववादियों के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर कार्रवाइयाँ की गई हैं, धर-पकड़ हो रही है, कई अलगाववादियों को गिरफ़्तार किया गया है और उनके नेताओं को हिरासत में लिया गया है या नज़रबंद कर दिया गया है।