मणिपुर में आख़िरकार राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। हिंसा प्रभावित मणिपुर में विपक्षी कांग्रेस द्वारा अविश्वास प्रस्ताव की धमकी के चलते मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कुछ दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था। बीजेपी के पास बहुमत होने के बावजूद वह मुख्यमंत्री के लिए नये नाम घोषित नहीं कर सकी। तो सवाल है कि बीजेपी ने ऐसा क्यों किया?
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन; बहुमत होते हुए बीजेपी क्यों नहीं बना पाई सरकार?
- राज्य
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- 29 Mar, 2025
मणिपुर में बहुमत होने के बावजूद बीजेपी सरकार क्यों नहीं बना पाई और राष्ट्रपति शासन क्यों लागू हुआ? जानिए इसके पीछे की राजनीतिक स्थिति और संभावित कारण।

मणिपुर के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तीन दिन बाद भी एन बीरेन सिंह के उत्तराधिकारी पर कोई सहमति नहीं बन पाई। संविधान के अनुच्छेद 174(1) के अनुसार राज्य विधानसभाओं को अपनी अंतिम बैठक के छह महीने के भीतर बुलाना अनिवार्य है। मणिपुर में पिछला विधानसभा सत्र 12 अगस्त, 2024 को आयोजित किया गया था। इस वजह से बुधवार को इसकी अगली बैठक की समय सीमा तय थी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।