बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इस बार उपचुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे। आख़िर उनका मक़सद क्या था और क्या वह इसमें सफल हुए?
बिहार में हुए उपचुनाव में आख़िर तेजस्वी यादव के आरजेडी से कहाँ चूक हुई? जानिए, चार सीटों पर आए उपचुनाव के नतीजों ने तेजस्वी के लिए क्या संदेश दिया है।
बिहार में 13 नवंबर को चार सीटों पर उपचुनाव होना है। इन चारों सीटों पर जन सुराज पार्टी ने उम्मीदवार उतारे हैं। लेकिन इसके साथ ही वह उम्मीदवारों की छवि को लेकर विवादों में आ गयी है।
बिहार में विधानसभा की पांच और लोकसभा की एक सीट पर उपचुनाव होना है। लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में शामिल दल दोफाड़ हो चुके हैं। ऐसे में वे कैसे अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी-जेडीयू को टक्कर दे पायेंगे।