जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि 'एक टॉप रिसर्च इंस्टिट्यूट जो मई 2014 के बाद से ही सत्ता का करीबी था, लेकिन अब उसे उसकी स्वतंत्र सोच के लिए परेशान किया जा रहा है।