जम्मू-कश्मीर की तरह आँध्र प्रदेश में विपक्षी नेताओं की नज़रबंदी क्यों की गई है? क्या आँध्र प्रदेश में इतने बुरे हालात हैं कि सरकार को स्थिति अनियंत्रित होने का डर है?