सिविल कोड को साम्प्रदायिक कहना संविधान सभा का अपमान!
नरेंद्र मोदी अब सेक्युलर दलों की बैसाखियों के सहारे सरकार चला रहे हैं। क्या चुनाव में हार के बाद अचानक भाजपा धर्मनिरपेक्षता का ढोंग करने लगी है? आख़िर वह सिविल कोड को सांप्रदायिक कहकर क्या संदेश दे रहे हैं?