बीते दिनों में जिस रफ्तार से डॉक्टर और हेल्थ केयर वर्कर्स कोरोनावायरस से संक्रमित हुए हैं उसे देखते हुए यह जरूरी था कि उन्हें कोई बूस्टर या प्रीकॉशन डोज दी जाए।
जानिए, स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोमोर्बिडीटीज वाले 60 से ज़्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक लगवाने के लिए क्या करना होगा।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने के बीच कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक पर आख़िर क्यों जोर दिया जा रहा है? क्या इसका कुछ फायदा है भी या नहीं?
प्रयोगशालाओं के कंसोर्शियम आईएएसएसीओजी ने केंद्र सरकार से कहा है कि ओमिक्रॉन रोकने के लिए बूस्टर डोज़ दे। क्या सरकार इसके लिए तैयार है?