बहुत जल्द ही आर्थिक मंदी देश के शासन में राजनैतिक लड़ाई का रूप लेने जा रही है। मंदी से राजस्व वसूली में आई गिरावट के बाद केंद्र ने राज्यों की हिस्सेदारी में कटौती शुरू कर दी है।
लगता है उद्योगपति राहुल बजाज का यह कहना कि - ‘कारोबारियों को सरकार की आलोचना करने से डर लगता है’, सरकार के मंत्रियों को नागवार गुजरा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकल प्रभाकर ने एक लेख में नरेंद्र मोदी सरकार, बीजेपी और संघ की तीखी आलोचना की है। उन्होंने इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ की है।
ख़राब अर्थव्यवस्था के लिए मनमोहन सिंह ने क्यों कहा कि यह ग़लत नीतियों से संकट आा है? उन्होंने कहा कि सरकार को राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई करना छोड़कर अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए? क्या इससे अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आएगी? देखिए शैलेश की रिपोर्ट में क्या पूरा मामला।