विपक्षी दलों के नेताओं ने ना सिर्फ़ एग्ज़िट पोल पर सवाल उठाए हैं बल्कि पूरे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की भूमिका पर भी निशाना साधा है।
भरोसे लायक नहीं हैं एग्ज़िट पोल के नतीजे! क्यों आँख बंद कर इन आँकड़ों पर नहीं किया जा सकता है विश्वास, देखिए वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष का विश्लेषण।
अगर आर्थिक मोर्चे पर सरकार के नाकाम रहने के बाद भी चुनाव नतीजे एग्ज़िट पोल के मुताबिक़ आते हैं तो समझना चाहिए कि देश नरेंद्र मोदी नाम के एक जादूगर के इशारे पर नाचता है।