भारत की अर्थव्यवस्था चक्रव्यूह में फँस गई है? आख़िर विदेशी निवेशक एफ़डीआई क्यों निकाल रहे हैं और देश के निवेशक विदेशों में पैसा लगा रहे हैं?
भारत के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ़डीआई) नियम में हालिया बदलाव पर चीन खफ़ा है।
नए नियमों के मुताबिक़, पड़ोसी देशों के नागरिकों के स्वामित्व वाली कंपनियाँ भारत की किसी कंपनी में ऑटोमैटिक अप्रूवल रूट से पैसे निवेश नहीं कर सकेंगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह साफ़ कर दिया है कि मीडिया, उड्डयन, बीमा और सिंगल ब्रांड रीटेल में एफ़डीआई को बढ़ावा दिया जाएगा