केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद से यह सवाल काफ़ी मजबूती से उठ रहा है कि क्या देश का मीडिया आज़ाद है?
देश में मीडिया की स्वतंत्रता पर गंभीर ख़तरा है और उसे स्वतंत्र ढंग से अपना काम नहीं करने दिया जा रहा है।