मैं यह भी मानता हूं कि जो हुआ वह पाकिस्तान का अपना रचा हुआ है। उसे यह भुगतना ही था। वह अपना रास्ता नहीं बदलेगा तो ऐसे कई घाव उसे लगेंगे।